भविष्य के विश्लेषण से पता चलता है कि कच्चे माल की कमी और ओवरहाल के कारण घरेलू पीवीसी आपूर्ति कम हो जाएगी। साथ ही, सामाजिक सूची अपेक्षाकृत कम बनी हुई है। डाउनस्ट्रीम मांग मुख्य रूप से पुनःपूर्ति के लिए है, लेकिन समग्र बाजार खपत कमजोर है। वायदा बाज़ार बहुत बदल गया है और इसका असर हाजिर बाज़ार पर हमेशा बना रहता है। कुल मिलाकर उम्मीद यह है कि घरेलू पीवीसी बाजार में उच्च स्तर पर उतार-चढ़ाव रहेगा।