मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के वैज्ञानिकों ने हालिया जर्नल साइंस एडवांसेज में रिपोर्ट दी है कि वे एक एकल-खुराक स्व-बूस्टिंग वैक्सीन विकसित कर रहे हैं। वैक्सीन को मानव शरीर में इंजेक्ट करने के बाद, इसे बूस्टर शॉट की आवश्यकता के बिना कई बार जारी किया जा सकता है। उम्मीद है कि नए टीके का इस्तेमाल खसरे से लेकर कोविड-19 तक की बीमारियों के खिलाफ किया जाएगा। बताया गया है कि यह नई वैक्सीन पॉली (लैक्टिक-को-ग्लाइकोलिक एसिड) (पीएलजीए) कणों से बनी है। पीएलजीए एक अवक्रमणीय कार्यात्मक बहुलक कार्बनिक यौगिक है, जो गैर विषैला है और इसमें अच्छी जैव अनुकूलता है। इसे प्रत्यारोपण, टांके, मरम्मत सामग्री आदि में उपयोग के लिए अनुमोदित किया गया है।
पोस्ट करने का समय: जुलाई-26-2022